कोरोना को लेकर PM अलर्ट, आयुष पेशेवरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रखी अपनी बात

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर आयुष कार्यकर्ताओं (AYUSH Professionals) से बात की। पीएम ने सुझाव दिया कि आयुष दवा निर्माता अपने संसाधनों का उपयोग सेनिटाइजर जैसी आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन के लिए कर सकते हैं, इसको ध्यान में रखते हुए कि कोरोना वायरस प्रकोप के बाद ऐसी वस्तुओं की मांग बढ़ गई है।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे निराधार दावों से निपटने की आवश्यकता है कि आयुष के पास इस बीमारी का इलाज है। आयुर्वेद, यूनानी, सिद्धि और होम्योपैथी दवा प्रणाली आयुष के तहत आती है जिसके लिए एक अलग केंद्रीय मंत्रालय है।
PM underlined the importance of countering and fact-checking unsubstantiated claims of AYUSH having cure for the disease, adding that AYUSH scientists, ICMR, CSIR and other research organizations must come together for evidence-based research. https://t.co/gsRl9l74uE
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आयुष मंत्रालय के 'योग एट होम' की प्रशंसा की प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के एक बयान के अनुसार मोदी ने इस कठिन समय के दौरान मस्तिष्क को तनाव मुक्त करने और शरीर को मजबूत बनाने के लिए आयुष मंत्रालय के 'योग एट होम' को बढ़ावा देने और प्रयासों की प्रशंसा की। इसमें कहा गया, 'प्रधानमंत्री ने आयुष के पास रोग का इलाज होने के निराधार दावे से निपटने और तथ्य जांच के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आयुष वैज्ञानिकों (AYUSH scientists) , आईसीएमआर (ICMR), सीएसआईआर (CSIR) और अन्य अनुसंधान संगठनों को साक्ष्य-आधारित शोध के साथ सामने आना होगा।'
PM suggested that AYUSH medicine producers could utilize their resources towards producing essential items like sanitizers. He exhorted them to utilize the platform of telemedicine to reach out to the public and generate constant awareness to fight the pandemic.
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आयुष चिकित्सकों से कोरोना का मुकाबला करने का आग्रह मोदी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सरकार इस घातक वायरस के प्रसार का मुकाबला करने के लिए आयुष की प्रैक्टिस करने वाले निजी डॉक्टरों से मदद लेगी। उन्होंने आयुष चिकित्सकों से टेलीमेडिसिन का उपयोग जनता तक पहुंच बनाने और महामारी से लड़ने के लिए निरंतर जागरूकता उत्पन्न करने के लिए करने का भी आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में भारत की पारंपरिक दवाओं और चिकित्सा पद्धतियों के बारे में जागरूकता पैदा करना महत्वपूर्ण है। बयान में कहा गया है कि मोदी ने लोगों की सेवा के लिए लगातार प्रयास करने के लिए आयुष चिकित्सकों को धन्यवाद दिया और कोविड​​-19 (Covid19) के खिलाफ भारत की लड़ाई में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
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