प्रखंडों में सजग दिख रही मेडिकल टीम

संवाद सूत्र प्रतापगंज, (सुपौल): कोरोना संक्रमण से जंग के बीच प्रखंड क्षेत्र में चिकित्सकों की टीम काफी सक्रिय दिख रही है। खासकर अन्य राज्यों से घर लौटे लोगों की सूचना पाते ही उनके बीच पहुंच आवश्यक पूछताछ कर संबंधित दवाइयां देने के साथ-साथ उन्हें परामर्श देते दिख रहे हैं। यूं तो कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी संदिग्ध की पहचान प्रखंड क्षेत्र के लोगों में आज तक नहीं हो पाई है। बावजूद इसके लोग इतने चौकन्ने हैं कि अन्य राज्यों से मजदूरी कर लौटे लोगों को जरा सी सर्दी-खांसी की शिकायत मिलते ही लोग सतर्क हो जाते हैं। सिर्फ अन्य राज्यों से ही आने की बात को लेकर भी लोग उसके घर की ओर जाना मुनासिब नहीं समझते। ऐसे में बात सर्दी-खांसी की हो तो बात ही कुछ अलग हो जाती है। ऐसे ही कई मामलों में से एक मामला भवानीपुर उत्तर पंचायत के वार्ड न. 7 एवं 8 में पहुंचे दिल्ली, पंजाब व हरियाणा से मजदूरी कर घर लौटे लोगों के साथ शुक्रवार को घटित हुआ। जहां डा. ललित कुमार, डा. रुकेया यास्मीन, फर्मासिस्ट कृष्णा रंजन सिन्हा, रंधीर कुमार की संयुक्त मेडिकल टीम को भवानीपुर उत्तर में पहुंच मरीजों की जांच-पड़ताल कर बताना पड़ा कि वे संदिग्ध मरीज नहीं हैं। हालांकि चिकित्सकों नें उन्हें 14 दिनों तक अपने घर में ही आइसोलेशन का निर्देश देते हुए आवश्यक दवाइयां उपलब्ध करवाई। इससे पूर्व मरीजों को ले काफी अफवाहें फैल रही थी। आसपास के लोग भयभीत थे। चिकित्सक डा. ललित कुमार ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि न तो अफवाह फैलाएं और न ही अफवाहों की ओर जाएं। वर्तमान दौर में सजग रहना अच्छी बात है। आप भी भीड़भाड़ से सजग रहें और दूसरों को भी सजग रहने के लिए प्रेरित करें। सर्दी-खांसी, बुखार सिजनल भी हो सकता है। लेकिन इस स्थिति में भी आप घबराएं नहीं। अपने आप को कम से कम एक सप्ताह दवा का सेवन करते हुए अपने-अपने घरों में ही आइसोलेशन की स्थिति में बनाए रखें। नहीं सुधार होने की स्थिति में चिकित्सकों से परामर्श लें।

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Posted By: Jagran
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