CoronaVirus-AES: कैसे निपटेगा बिहार! 11 कोरोना पॉजिटिव, तीन बच्चे चमकी बुखार पीड़ित

पटना, जागरण टीम। बिहार अब दो संक्रामक बीमारियों की दोहरी मार झेल रहा है। एक तरफ कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 11 हो चुकी है तो वहीं मुजफ्फरपुर जिले में तीन बच्चे अबतक चमकी बुखार से ग्रसित हैं जिनका इलाज जिले के एसकेएमसीएच में चल रहा है। इसमें से एक बच्चे की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है।

बता दें कि बिहार पिछले कई सालों से चमकी बुखार का कहर झेल रहा है और हर साल कई बच्चों की मौत हो जा रही है। इस साल भी चमकी बुखार ने दस्तक दे दी है और बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने का सिलसिला शुरू हो चुका है।
तो वहीं कोरोना वायरस के अबतक बिहार में 11 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। शनिवार को दो और कोरोना वायरस का पॉजिटिव मामला सामने आया है। जिसके बाद अबतक मरीजों की संख्या 11 पहुंच गई है। कई संदिग्धों के ब्लड सैंपल की जांच हो रही है।
पटना के आरएमआरआइ में कोरोना की जांच की जा रही है। अस्पतालके निदेशक डॉ. पीके दास ने शनिवार को 11 मरीजों के पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की है। बता दें कि इनमें से एक मरीज की मौत हुई है और बाकी का इलाज किया जा रहा है।
चमकी बुखार से पीड़ित तीन बच्चे भर्ती, एक की हालत गंभीर
वहीं, बिहार में चमकी बुखार के अबतक तीन मामले सामने आए हैं। एसकेएमसीएच में पहले से भर्ती बाड़ा बुजुर्ग गांव के मुन्ना राम के साढ़े तीन वर्षीय पुत्र आदित्य की हालत गंभीर होने पर उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है। उसका ग्लूकोज का लेवल 30 से कम है।
तो वहीं, जिले के फकुली थानाक्षेत्र के विंदेश्वर राय के 8 वर्षीय पुत्र शिवम और मोतिहारी जिला के अकौना गांव के रूपण सहनी की तीन वर्षीय पुत्री सपना को एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि एसकेएमसीएच में 100 बेड के पीआईसीयू वार्ड का निर्माण लॉकडाउन को लेकर रुक गया था। ठेकेदार से बातचीत की गई है। उसे प्रशासनिक सहयोग दिया जाएगा। उसे निर्माण कार्य शुरू करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि एसकेएमसीएच में चमकी बुखार से जुड़े संसाधन उपलब्ध हैं। पीएचसी लेवल पर भी पीआईसीयू वार्ड खोला गया है। पीएचसी के डॉक्टर और पारामेडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग दी गई है। शिवम के पिता ने बताया कि स्नान और खाने के बाद बुखार और चमकी शुरू हो गई। उल्टी होने लगी। पीएचसी के डॉक्टर ने एसकेएमसीएच रेफर कर दिया।

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