खुलासाः स्मार्टफोन पर इतने दिन रह सकता है कोराना वायरस का असर, जानें

नई दिल्लीः कोरोना वायरस (CoronaVirus) ने पूरी दुनिया में तांडव मचा के रख दिया है, जिसकी वजह से 35 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। भारत (India) में भी मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सरकार की ओर से कोरोना वायरस (CornaVirus) से बचने के तमाम तरीके भी बताएं जा रहे हैं। दूसरी ओर स्मार्टफोन (Smartphone) को हमारे द्वारा सबसे ज्यादा यूज किया जाता है, जिसका दिनभर में कई सतहों और शरीर के हिस्सों को टच करता है। इसके चलते स्मार्टफोन में कीटाणु (जर्म्स) और विषाणु (वायरस) स्मार्टफोन पर रहते है।

नॉवल कोरोना वायरस या COVID-19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, ऐसे में स्मार्टफोन पर वायरस होने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसा ही एक सवाल है कि क्या एक स्मार्टफोन से वायरस किसी यूजर में जा सकता है या किसी स्मार्टफोन में कोरोना वायरस कितनी देर तक रह सकता है। स्मार्टफोन से कोरोना का खतरा जानने के लिए हम पता करेंगे कि नॉवल कोरोना वायरस स्मार्टफोन की सतह पर कितनी देर तक जिंदा रह सकता है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की एक स्टडी के मुताबिक, ओरिजिनल SARS-CoV एक ग्लास सर्फेस पर 96 घंटे यानी 4 दिन तक रह सकता था। बता दें कि सार्स वायरस 2003 में फैला था। ग्लास के अलावा यह वायरस ठोस प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर करीब 72 घंटे (तीन दिन) तक रह सकता था। अब यूनाइटेड स्टेट्स के नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की एक स्टडी में पता चलता है कि मौजूद नॉवल कोरोना वायस स्टील और ठोस प्लास्टिक जैसी सतह पर 72 घंटे यानी 3 दिन तक जीवित रह सकता है।
इस स्टडी में यह भी पता चला है कि नॉवल कोरोना वायरस एक कार्डबोर्ड पर 24 घंटे और कॉपर पर 4 घंटे तक रह सकता है। अब, इसी संस्थान की एक नई स्टडी में यह नहीं बताया गया है कि यह वायरस ग्लास पर कितने वक्त तक जिंदा रह सकता है। लेकिन दूसरे फैक्टर देखें तो संकेत मिलते हैं कि कोरोना भी सार्स की तरह ही ग्लास सर्फेस पर 4 दिन तक रह सकता है।
दिन तक स्मार्टफोन पर रह सकता है कोरोना
2003 में WHO और इसी महीने आई NIH की स्टडी से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि नॉवल कोरोना वायरस ग्लास सर्फेस पर 96 घंटे यानी 4 दिन तक जीवित रह सकता है। अब अधिकतर स्मार्टफोन्स फ्रंट ग्लास पैनल के साथ आते हैं तो यह कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस एक स्मार्टफोन पर 4 दिन तक रह सकता है। ना सिर्फ स्मार्टफोन यानी कोई भी गैजेट जो ग्लास सर्फेस वाला है, चाहें वह स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच, टैबलेट या लैपटॉप हो।
इन सभी गैजेट्स में स्मार्टफोन सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला गैजेट है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने फोन को साफ रखें ताकि फोन पर कोरोना वायरस रहने का खतरा ना रहे। अपने स्मार्टफोन को साफ करने के लिए यूजर्स क्लीनिंग लिक्विड या माइक्रोफाइबर कपड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं। गैजेट को सैनिटाइज करने के लिए सबसे बेहतर है कि आइसोप्रॉपिल अल्कोहल सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें।
ध्यान रहे कि ऐसे सॉल्यूशन का इस्तेमाल ना करें जिसमें 70 प्रतिशत से ज्यादा आसोप्रॉपिल हो। ऐसे सॉल्यूशन से फोन की डिस्प्ले खराब हो सकती है। आप स्क्रीन प्रोटेक्टर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और उसे साफ करने पर डिस्प्ले कोटिंग भी खराब नहीं होगी।

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