बैंकों में शारीरिक दूरी बनाए रखने में पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत

जहानाबाद। लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा सभी बैंकों को खुला रखे जाने का निर्देश दिया गया है। इसके तहत शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के सभी बैंक भी खुले हुए हैं। हालांकि शारीरिक दूरी बनाए रखना भी जरूरी है। लेकिन ग्राहक बगैर प्रशासनिक हस्तक्षेप के इसका अनुपालन करना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। वितीय वर्ष की समाप्ति के उपरांत महीने की शुरूआती दिन रहने के कारण शुक्रवार को लोगों की काफी भीड़ लगी रही । ऐसे में शारीरिक दूरी के अनुपालन को लेकर बैंक कर्मी के साथ-साथ पुलिस के जवान सक्रिय दिखे। बैंक के मुख्य द्वार के बाहर ही लोगों को पंक्ति में खड़ा किया जा रहा है। पंक्ति के खड़े लोगों के बीच कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखने को लेकर पुलिस कर्मी सक्रिय दिख रहे हैं। स्थानीय एसबीआई शाखा में बैंक खुलते ही बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। उनलोगों को बैंक में आवश्यक कार्य का निपटारा करना था। इसी दौरान पहले से तैनात पुलिस कर्मी लोगों को आवश्यक दूरी बनाने का निर्देश दे रहे थे। इसी बीच नगर थानाध्यक्ष राजेश कुमार भी दल बल के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने लोगों से बैंक से बाहर एक मीटर दूरी बनाकर लाइन में खड़े होने का निर्देश दिया। लोगों को समझाया जा रहा था कि पैसे की निकासी के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना भी अत्यंत जरूरी है। इसके लिए दूरी बनाना ही एक मात्र उपाय है। इधर काको प्रखंड मुख्यालय के पीएनबी शाखा में भी शारीरिक दूरी का ख्याल रखने में पुलिस कर्मी जुटे रहे। बैंक के अंदर कर्मी भी कोरोना वायरस को लेकर पूरी तरह सचेत हैं। सभी कर्मी मास्क लगाकर ही अपना अपना कार्य कर रहे हैं। हालांकि दो मंजिले भवन में बैंक का संचालन होने और जगह संकीर्ण रहने के कारण ग्राहकों को लाइन लगाने में काफी परेशानी हुई। कड़ी धूप में भी उनलोगों को लाइन में खड़ा रहना पड़ा। बैंक के मुख्य द्वार से लेकर सीढ़ी और उसके नीचे तक लोग लाइन में खड़े रहे। इसके कारण धूप में लोगों को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। ग्राहकों का कहना था कि लॉकडाउन के तहत जब तक शारीरिक दूरी का ख्याल रखना था तब तक बैंक के नीचे शामियाने का इंतजाम किया जाना चाहिए था।


Posted By: Jagran
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