बच्चों में पेट की खराबी क्यों होती हैं, जानिए

बच्चों में पेट की खराबी की शिकायत अक्सर होती है. पेट की परेशानियों में दस्त, कब्ज व अपच ऐसी तकलीफें हैं, जिससे छोटे बच्चे जूझते रहते हैं. बच्चों की अपच को अजीर्ण या बदहजमी भी कह सकते है. अपच की बड़ी वजह होती है बच्चे ने जो भी खाया है, उसका अच्छे से पच न पाना

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बदहजमी बच्चों में अक्सर कुछ बाहर का जंक फूड या कभी-कभी ज्यादा खाना खा लेने से भी होती है. www.myupchar.com से जुड़ीं एम्स से जुड़ी डाक्टर राजलक्ष्मी वीके का बोलना है कि किसी भी लिंग या आयु के लोग अपच से प्रभावित हो सकते हैं. अपच की वजह से खाने के दौरान जल्दी पेट भर जाता है, खाने के बाद पेट ज्यादा समय तक भरा हुआ लगता है. पेट के ऊपरी हिस्से में बैचेनी, जलन, सूजन महसूस होती है. लगातार डकार लेना, उल्टी आना भी शामिल हैं. बच्चों में अपच के उपचार के लिए दवा से बचना व इसकी बजाए घरेलू इलाज का प्रयोग हमेशा एक बेहतर विकल्प होता है.
बच्चों में बदहजमी आमतौर पर तब होती है जब बच्चे के पेट का एसिड पाचन तंत्र की सुरक्षात्मतक परत म्यूकोसा को नुकसान पहुंचाती है. बच्चों में बदहजमी के अन्य कारणों में मोटापा, तनाव व चिंता भी शामिल हैं. कई तरह की दवाओं का प्रयोग भी इस समस्या को पैदा कर सकता है. बेहतर तो यही है कि बच्चों का बदहजमी से बचाव किया जाए, क्योंकि उनका पाचन तंत्र बहुत ही संवेदनशील होता है. ऐसे में महत्वपूर्ण है कि उन्हें ऐसी चीजें खाने का न दें जो उनके पेट के अनुकूल न हों. ज्यादा तैलीय खाद्य पदार्थों को भी अवॉइड करें. खाने के बाद बच्चे को तुरंत खेलने या शारीरिक काम न करने दें, क्योंकि भोजन को पचाने में भी थोड़ा समय लगता है. बच्चों को खाना खाने के बाद कम से कम एक घंटे तक दौड़ने या खेलने से मना करें. यूं तो बच्चों में बदहजमी के अधिकांश मामलों में डॉक्टरी उपचार की आवश्यकता नहीं हैं. लेकिन लक्षण लगातार बने रहें तो बच्चे को चिकित्सक के पास लेकर जाएं. www.myupchar.com से जुड़े डाक्टर लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का बोलना है कि बदहजमी को चिकित्सीय भाषा में डिस्पेप्सिया बोला जाता है. बच्चों में बदहजमी के हल्के मामलों को घरेलू तरीकों से सही किया जा सकता है.अदरक बदहजमी के लिए अदरक को प्रभावी उपाया माना जाता है. बच्चा बार-बार बदहजमी का शिकार हो रहा है तो नीबू के रस के साथ शहद व अदरक देने से आराम मिलता है.पानी पानी पीने से एसिड रिफ्लक्स सामान्य होता है. इसलिए छोटे बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी दें. बच्चे बड़े हों तो उनके पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर देने से आराम मिलता है.धनिया धनिया भी बदहजमी का उपचार करता है, क्योंकि यह पाचन एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ावा देता है व पेट को आराम देने में भी मदद करता है. धनिए की पत्तियों का रस गर्म दूध में मिलाकर बच्चे को प्रातः काल खाली पेट देने से राहत मिलगी.फल पाचन क्रिया में मदद करने के लिए बेहतर विकल्प साबित होने कि सम्भावना है फलों का सेवन. फलों से बच्चों को पर्याप्त मात्रा में फाइबर मिलते हैं. केला भी उनमें से एक है जो भोजन पचाने में मदद करता है.
अधिक जानकारी के लिए देखें : https://www.myupchar.com/disease/covid-19/tips-for-parents स्वास्थ्य आलेख https://www.myupchar.com/ द्वारा लिखे गए हैं, जो स्वास्थ्य संबंधी भरोसेमंद जानकारी प्रदान करने वाला देश का सबसे बड़ा स्रोत है.

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