पाक में कोरोना मरीजों के उपचार में महत्वपूर्ण मेडिकल सुरक्षा किट की मांग पर डॉक्टर हुए अरेस्ट

आज के समय में बीमारी हो या कोई आपदा दोनों ही मानव ज़िंदगी पर संकट बन ही जाती है। जिसमे से एक है कोरोना वायरस यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है।

वहीं इस वायरस की चपेट में आने से 74000 से अधिक मौते हो चुकी है, जबकि लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हुए है। ऐसे में वैज्ञानिकों के लिए यह बोलना जरा कठिन सा है कि इस बीमारी से कब तक निजात मिल पाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार पाक के बलूचिस्तान प्रांत में कोरोना मरीजों के उपचार में महत्वपूर्ण मेडिकल सुरक्षा किट की मांग करने पर कुछ डॉक्टरों समेत 150 स्वास्थ्य कर्मियों को अरैस्ट कर लिया गया। ये लोग सोमवार को सीएम के आवास के बाहर व्यक्तिगत प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (PPE) किट की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन में शामिल यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यासिर खान ने बोला कि अपनी जायज मांग को लेकर पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों पर पुलिस ने डंडे बरसाए।
जंहा यह भी बोला जा रहा है कि गिरफ्तारी के बाद युवा चिकित्सकों ने विरोध के तहत मरीजों को देखना बंद कर दिया है। उनका बोलना है कि पीपीई किट नहीं मिलने के कारण कोरोना मरीजों के उपचार में जुटे एक दर्जन से ज्यादा डॉक्टर संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। पुलिस का बोलना है कि प्रदर्शन के लिए जमा हुए स्वास्थ्य कर्मियों की गिरफ्तारी धारा 144 के उल्लंघन पर की गई। पाक में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 3,469 हो गई है। इनमें 50 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं इस बात का पता चला है कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस में मुद्दे तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से अपने घरों के अंदर रहने की अपील की है लेकिन लोग सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाते व सड़कों पर घुमते हुए नजर आ रहे हैं। यही नहीं सरकार के आदेश के बाद भी कई जगहों पर धार्मिक सभाएं की जा रही हैं। मौलवी मौलाना सभाओं को संबोधित करते नजर आ रहे हैं। हालांकि सरकार ने सभी धार्मिक सभाओं को प्रतिबंधित कर दिया है।

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