सच्चा प्यार पाना है तो अपनाये ये सरल उपाय

सच्चा प्यार ईश्वर की देन है | कहते है दो सच्चे प्यार करने वाले जोड़े में साक्षात् ईश्वर का वास होता है इसलिए कभी भी दो प्यार करने वालों के बीच में अड़चन पैदा नहीं करनी चाहिए | बहुत कम ऐसे लोग होते है जिन्हें सच्चा प्यार हासिल होता है किन्तु ऐसे लोगों की सख्यां भी बहुत अधिक है जो किसी से सच्चा प्यार करते है किन्तु सामने वाला उससे प्यार नहीं करता या फिर वह किसी और से प्यार करता है या फिर वह आपकी भावना को समझ नहीं पाता | प्यार में मिली हार से जातक को बहुत गहरा आघात लगता है | किन्तु यह भी संभव नहीं कि सबको प्यार में विजय प्राप्त हो |

बहुत से जातक को तो प्यार की परिभाषा ही नहीं जानते | बहुत से लोग तो किसी महिला या पुरुष की सुन्दरता के प्रति मोहित होकर उसे पाने की चाह को ही प्यार समझने लगते है तो कुछ युवा किसी लड़की के प्रति होने वाले आकर्षण को प्यार समझने लगते है | समाज में एक वर्ग उन लोगों का भी है जो वासना को ही प्यार का नाम देने लगते है | सबसे पहले तो आप यह जान ले कि उपरोक्त सभी तरह का प्यार किसी भी तरह से सच्चे प्यार की परिभाषा पर खरा नहीं उतरता | हां सच्चे प्यार में आकर्षण निहित होता है लेकिन सिर्फ और सिर्फ किसी के प्रति आकर्षण प्यार नहीं है | सच्चा प्यार क्या है : -
प्यार एक छोटा सा शब्द है किन्तु इसकी परिभाषा को कुछ शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता | आइये जानते है क्या है सच्चा प्यार : बिना किसी तरह का लोभ या लालच मन में लिए किसी के प्रति भावना रखना - यह प्रेम है | यदि आप ऐसा समझते है की आप जिससे प्यार करते है वह इस संसार में सबसे सुन्दर है तो - यह प्रेम है | अपने प्रेमी या प्रेमिका के अतिरिक्त किसी अन्य पुरुष या महिला के लिए कोई आकर्षण न होना या वासना भाव न होना - यह प्रेम है | आप जिसे चाहते है उसे हमेशा खुश देखना, चाहे वह किसी अन्य से ही प्रेम क्यों न करती हो या करता हो - यह प्रेम है | अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते है और आप जिससे प्यार करते है वह किसी और से सच्चा प्यार करता है तो आप उसे हासिल करने के यत्न बिलकुल न करे | इस पोस्ट में दिए गये सरल उपाय भी आपके कोई काम नहीं आने वाले | हाँ, आप किसी से सच्चा प्यार करते है और किसी कारण से आप उसे अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर पा रहे है या फिर वह आपकी भावनाओं को समझ नहीं पा रहा है तो नीचे दिए सरल उपाय से आप अपने प्रेमी या प्रेमिका को पा सकते है | प्रेमी-प्रेमिका के बीच तकरार होने पर भी नीचे दिए गये सरल उपाय कार्य करते है | प्रेमी-प्रेमिका की शादी में आने वाली अड़चन भी इन उपायों से दूर होती है | हीरा पहनने से शुक्र गृह मजबूत होता है | और जीवन में धन -स्त्री -प्रेम सभी शुक्र गृह के प्रभाव से संभव है | इसलिए ऊँगली में हीरा रत्न धारण करने से प्रेम में सफलता मिलती है| 6 मुखी रुद्राक्ष भी शुक्र गृह से सम्बन्धित होता है | 6 मुखी रुद्राक्ष को सिद्ध करके गले में धारण करने से भी सच्चा प्यार हासिल होता है और प्रेम संबंधो में भी मधुरता आती है | बुधवार की सुबह भगवान लक्ष्मी-नारायण के मंदिर जाए और साथ में एक पानी वाला नारियल - प्रसाद और 21 रूपये ले जाए | मंदिर में जाकर भगवान की प्रतिमा के समक्ष प्यार में सफलता के लिए अरदास लगाये और नारियल -प्रसाद और रूपये भगवान के चरणों में अर्पित कर दे | इस प्रकार लगातार 3 बुधवार इसी कार्य को करें | शीघ्र ही इसके परिणाम आपको देखने को मिलेंगे| प्रतिदिन सुबह पूजा के स्थान पर बैठकर इस मंत्र के 5 से 7 मिनट के लिए जप करें | मंत्र इस प्रकार है : ॐ क्लीं नम: | शुक्रवार की सुबह भगवान राधा -कृष्ण के मंदिर में जाकर उन्हें प्रेम पूर्वक बांसूरी व पान और कुछ दक्षिणा अर्पित करनी चाहिए साथ में मिठाई भी लेकर जाए | ऐसा आप लगातार 5 शुक्रवार तक करें | सोमवार की सुबह शिव मंदिर जाये व शिवलिंग रुद्राभिषेक विधिपूर्वक करें तथा कुछ देव शिवलिंग के समक्ष बैठकर ॐ नमः शिवाय मंत्र के जप करें | ऐसा आप हर सोमवार को नियमित रूप से करें | यदि किसी विवाहित महिला या पुरष का अपने पति या पत्नी के साथ प्रेम सम्बन्ध में कोई परेशानी आ रही हो तो आप ऐसा करें : एक नीम्बू पर अपने पति/पत्नी का नाम लिखकर एक कपडे में बांधकर 7 दिनों तक अपने पास रखे | इन 7 दिनों में आप रोज सुबह इस मंत्र का जप करें : ॐ नमो कामख्या देव्याय ((पति/पत्नी) )मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा " | 7 दिनों के बाद इस निम्बू को आप किसी चौराहे पर फेंक आये | ऐसा करने के बाद आपका पति या पत्नी आपकी इज्जत करने लगेगा व आपके प्रेम संबंधो में मधुरता आएगी | अगर आप संकल्प लेकर नियमित रूप से इस मंत्र का जप 41 दिनों तक करते है तो प्रेम विवाह में सफलता जरुर मिलती है : मंत्र इस प्रकार है : ॐ श्री लक्ष्मी-नारायणाय नमः | यहाँ भगवान लक्ष्मी नारायण का मंत्र है इसलिए मंत्र जप के समय उनका स्मरण अवश्य करें | 16 सोमवार को भगवन भोलेनाथ के व्रत रखने से व शिवलिंग में जल अर्पित करने से सुन्दर - योग्य और मनचाहा जीवनसाथी मिलता है | 16 सोमवार व्रत रखने की परम्परा काफी समय से चली आ रही है और ऐसा करने से सकारात्मक परिणाम भी अवश्य मिलते है | शुक्र गुरु के इस मंत्र : "ॐ द्रां, द्रीं, द्रौं सः शुक्राय नमः '' का उच्चारण नियमित रूप से करें | नियमित रूप से इस मंत्र का उच्चारण आपको प्रेम सुख और वैवाहिक सुख देता है |

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