ऑपरेटर की कमी से आधे से अधिक हार्वेस्टर बंद

बिहारशरीफ। लॉक डाउन के कारण जिले में गेहूं की कटनी और दौनी पिछड़ रही है। कंबाइन हार्वेस्टर चलाने वाले ऑपरेटर लॉक डाउन के कारण नहीं आ सके। 22 मार्च से पहले पंजाब, हरियाणा या उत्तरप्रदेश से जिन्होंने आपरेटर बुलवा लिए थे, उन्ही के सहारे हार्वेस्टिग हो रही है। इसके बाद लॉक डाउन के कारण आपरेटर नहीं आ सके। लॉक डाउन में उत्तरप्रदेश से आये दो ऑपरेटरों को बेन में क्वारनटाईन किया गया है। जिन किसानों ने स्वयं का कंबाइन हार्वेस्टर रखा हुआ है, उन्हें भी किसी दूसरे के हार्वेस्टर को भाड़े का भुगतान कर कटनी करवानी पड़ रही है। जिला कृषि पदाधिकारी विभु विद्यार्थी ने बताया कि जिले में 162 कंबाइन हार्वेस्टर हैं। ऑपरेटर के अभाव में अधिकांश का संचालन नहीं हो रहा है। नतीजतन, गेहूं की कटनी प्रभावित हो रही है।

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इधर खेत-खलिहान से आ रही खबरों के अनुसार कहीं-कहीं स्थानीय नवसिखुए आपरेटर से ही हार्वेस्टर मालिक कटनी करवा रहे हैं। हार्वेस्टर खरीद कर भाड़ा कमाई करने वालों को भी इस सीजन का नुकसान उठाना पड़ रहा है। हरनौत प्रखंड के नंदा बिगहा के किसान रासबिहारी सिंह के 33 बीघे में खड़ी गेहूं की फसल दूसरे के हार्वेस्टर के भरोसे पर है। जबकि इनका अपना कंबाइन हार्वेस्टर है, जो आपरेटर के अभाव में गैरेज में पड़ा है। ऐसे कई बड़े किसान हैं, जो इस समस्या को झेल रहे हैं। रीपर कंबाइन हार्वेस्टर भी जिले में नहीं के बराबर है। रीपर से कटनी का मतलब दौनी खलिहान में करना। इसलिए किसान इसको उतनी तवज्जो नहीं देते।

Posted By: Jagran
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