लॉकडाउन में ऑनलाइन शिक्षा की डीएम ने जगाई अलख

बक्सर : लॉकडाउन की स्थिति में एक तरफ जहां शिक्षा को लेकर ऑनलाइन प्लेटफार्म सक्रिय हो गए हैं और निजी स्कूल से लेकर सरकारी स्कूल तक में मोबाइल एप से पढ़ाई की व्यवस्था कराई जा रही है। वहीं, जिलाधिकारी अमन समीर ने भी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा की अलख जगाई है।

यह उन्नयन एप या गूगल क्लासरूम की व्यवस्था नहीं है। जिलाधिकारी ने एक ऐसी व्यवस्था की परिकल्पना की है, जिसमें विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों के वीडियो को अपलोड किया जाएगा और उसे बच्चों तक पहुंचाया जाएगा। ताकि, बच्चे उस विषय में पारंगत हो सकें। जिलाधिकारी ने फेसबुक पेज के माध्यम से लॉकडाउन की स्थिति में बेहतर शिक्षा का एक प्रस्ताव दिया और लोगों से उस पर प्रतिक्रिया मांगी। उनका प्रस्ताव था कि क्यों न एक यू-टयूब चैनल बनाया जाए जिस पर शिक्षाविदों के वीडियो संकलित किए जाएं और उसके माध्यम से बच्चों की पढ़ाई कराई जाए। लोगों ने जिलाधिकारी के इस प्रस्ताव को सहर्ष स्वीकार किया और खुद इससे जुड़ने की इच्छा जाहिर की। खास बात यह कि जिले में रहने वाले लोगों ने तो इस पर प्रतिक्रिया दी ही जो देश से बाहर हैं, वैसे लोगों ने भी अपनी इच्छा जताई। लोगों की प्रतिक्रिया पर प्रशासन ने भी सक्रियता दिखाई और इससे जुड़ने हेतु शिक्षकों के लिए गूगल पर एक फॉर्म तैयार कर उसका लिक दिया गया।
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शुरुआत में नवमी से बारहवीं तक के बच्चे होंगे लाभान्वित
जिलाधिकारी ने बताया कि शुरूआत में नवमी से बारहवीं तक की पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए ही इसे तैयार किया जा रहा है। इसमें विषय विशेषज्ञों के वीडियो अपलोड किए जाएंगे। आगे चलकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों के लिए भी इसे कारगर बनाया जाएगा। डीएम ने बताया कि इसको ऐसे विकसित किया जाएगा कि लॉक डाउन के बाद भी इसकी निरंतरता बरकरार रहे।
विभिन्न विषयों के लिए रहेंगे कम से कम 10 वॉलंटियर्स
इस यू-टयूब चैनल से विभिन्न विषयों के कम से कम 10 वॉलंटियर्स जुड़े रहेंगे। वॉलंटियर्स द्वारा टॉपिक का आपस में अपनी कुशलता के अनुसार बंटवारा किया जाएगा एवं ध्यान रखा जाएगा कि एक सेशन 45 मिनट का हो। इसी के अनुसार सेशन की संख्या निर्धारित की जाएगी। डीएम ने बताया कि जरूरी नहीं कि शिक्षक वही हैं जो स्कूल में पढ़ाते हैं। लॉक डाउन में सभी लोग अपने शिक्षक मन को जगा सकते हैं।
प्रशासन के प्रस्ताव पर किन लोगों ने दी प्रतिक्रिया
जिलाधिकारी द्वारा फेसबुक पेज पर दिए गए इस प्रस्ताव पर रामबिहारी सिंह, अनिता यादव, शैलेन्द्र राजू, राहुल चौबे, डॉ.कन्हैया प्रसाद राय समेत डेढ़ सौ से अधिक लोगों ने प्रतिक्रिया दी। इनमें किसी ने इस पहल की सराहना की तो अनेक लोगों ने इससे जुड़ने की इच्छा जताई। मलेशिया में रहने वाले क्षत्रपाल सिंह ने भी इससे जुड़ने की इच्छा जताई और इसे ग्रेट अफोर्ट करार दिया।
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लॉकडाउन में यू-टयूब के माध्यम से बच्चों को शिक्षा देने की योजना बनाई गई है। इसके लिए गूगल के माध्यम से शिक्षकों से आवेदन मांगा गया है। शुरूआती दौर में नवमी से बारहवीं तक के बच्चों के लिए इसे तैयार किया जा रहा है।
अमन समीर, जिलाधिकारी, बक्सर।
Posted By: Jagran
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