सारण (सहाजितपुर) : धवरी पंचायत के सरपंच ने जीवित महिला का मृत्यु प्रमाणपत्र बनाया, महिला पैसे निकालने पहुंची बैंक तो बैंककर्मी बोले आप तो मर चुकी है.

20 Apr, 2020 01:59 PM | Saroj Kumar 815

एक साल पहले मृत घोषित महिला अचानक सामाजिक सुरक्षा के पैसे निकालने शनिवार को बैंक पहुंची तो उसे देखकर बैंककर्मी भौंचक रह गए और फिर हिम्मत कर पूछा-अर, आप तो मर चुकी थीं फिर जिन्दा कैसे हो गईं। यह सुनकर महिला के तो होश उड़ गए। फिर बैंककर्मियों ने बैंक की संचिका से मृत्यु प्रमाणपत्र निकाल कर देखा और फोटो मिलाया तो वह उसी महिला की थी।


मामला बनियापुर प्रखंड के सहाजितपुर थाना क्षेत्र स्थित धवरी पंचायत का है। पंचायत के सरपंच ने उक्त महिला का मृत्यु प्रमाण-पत्र अधिकारिक लेटर पैड पर जारी किया था। उक्त महिला स्थानीय थाना क्षेत्र के धवरी टोला रामनगरी निवासी धनेश्वर रावत की पत्नी चानो देवी बताई गई है।
चानो देवी जब लॉकडाउन के दौरान अपने जनधन खाते से पैसा निकालने गई तो उन्हें कुछ ऐसा ही जवाब मिला। अब चानो को ये सबूत देना पड़ रहा है कि वह जिंदा हैं।


वह ग्रामीण बैंक के सीएसपी पर गई तो संचालक ने उनके खाते को बंद बताया। जब महिला ने कारण पूछा तो बताया कि कागजात के हिसाब से वह मृत है। महिला सरपंच पूनम देवी ने लेटरपैड पर 09.10.2019 को उसे मृत बताया था।


इस मामले में सरपंच पूनम देवी ने बताया कि यह कारनामा उनके छोटे पुत्र ने किया है। उनका हस्ताक्षर भी पुत्र ने ही कर दिया है। इस पत्र की कोई जानकारी सरपंच के पास उपलब्ध भी नहीं है, जिसे जारी किया गया है। सरपंच के लेटर हेड में लिखा गया है कि चानो की मौत 9 अक्टूबर 2019 को हो चुकी है।


पूछे जाने पर पंचायत की महिला सरपंच ने कहा है ‌कि यह गलती उनके छोटे बेटे ने की है। यानि लेटर हेड पर हस्ताक्षर भी सरपंच के बेटे ने ही कर दिया। ये भी एक बड़ा सवाल ही है कि एक जनप्रतिनिधि की जगह उसका बेटा फैसले कैसे ले रहा है?


source  - दैनिक जागरण 

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