जिले में मलेरिया का नहीं है प्रकोप, इस वर्ष नहीं मिला है एक भी मरीज

- पिछले वर्ष मिले थे मात्र सात मरीज

-जिले की अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में हैं मलेरिया की दवाएं जासं, छपरा : जिले में मलेरिया का प्रकोप नहीं है। इस वर्ष अब तक मलेरिया के एक भी मरीज नहीं मिले है। जबकि पिछले वर्ष मात्र सात मरीज मिले थे। वर्ष 2018 में मलेरिया के मरीजों की संख्या 9 थी। इससे यह प्रतीत होता है कि जिले में मलेरिया के मरीजों में लगातार कमी आ रही है। जिले को मलेरिया फ्री घोषित किया जा चुका है। फिर भी विभाग मलेरिया की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास करता रहा है। सभी पीएचसी में भी उपलब्ध है जांच किट
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मलेरिया बीमारी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग काफी सतर्क है। जिला अस्पताल से लेकर सभी पीएचसी एवं सीएचसी में भी जांच उपलब्ध है। जांच के लिए सभी अस्पतालों में रैपिड डिटेक्शन किट उपलब्ध है। क्लोरोक्विन फास्फेट दवा का किया जा रहा प्रयोग
जिला अस्पताल से लेकर सभी पीएचसी एवं सीएचसी में भी मलेरिया की दवा क्लोरोक्विन फास्फेट दवा उपलब्ध कराई गई है। जिले में पर्याप्त मात्रा में यह दवा उपलब्ध है। यह दवा काफी कारगर एवं असरदार है। डीडीटी का छिड़काव प्रारंभ
मलेरिया को लेकर जिले में कोई छिड़काव नहीं कराया जा रहा है। विभाग कालाजार उन्मूलन को लेकर डीडीटी का छिड़काव जिले के 20 प्रखंडो में करा रहा है। यह छिड़काव फिलहाल सोनपुर एवं दिघवारा प्रखंड में छिड़काव कर्मियों की मांगों को लेकर स्थगित है। छिड़काव से पूर्व उस गांव में विभाग के द्वारा जागरूकता फैलायी जाती है। क्या कहते हैं मलेरिया पदाधिकारी
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जिले में मलेरिया के मरीजों की संख्या में लगातार कमी आई है। इस वर्ष जिले में मलेरिया का एक भी मरीज नहीं पाया गया है। मलेरिया के उपचार के लिए जिले में सभी स्वास्थ्य केंद्रो पर जांच एवं दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
डॉ. दिलीप कुमार सिंह, जिला मलेरिया पदाधिकारी
Posted By: Jagran
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