दूसरी शादी पहली वाली ही चली गयी तो दूसरी को रोकने के लिए अपनाएं ये आसान तरीका

शादी एक ऐसा रिश्ता है जो समझौते की नींव पर टिका हैं। शादी जिन्दगी का एक अहम् रिश्ता होता है। अगर किसी कारण से शादी का रिश्ता असफल हो जाए और पुनर्विवाह करने की नौबत आ जाएं तो इस रिश्ते को निभाने के लिए दोनों पक्षों को समझौता करना पड़ता हैं। ऐसे में सफल वैवाहिक जीवन जीने के लिए कुछ खास बातों पर ध्यान रखना पड़ता है।

पहली शादी का अनुभव:
पहली बार विवाह करने पर जहां एक-दूसरे की बहुत-सी कमियां तथा अवगुण, वहीं कई नए-नए अनुभव का पता चल जाता है। पुनर्विवाह के मामले में इन सब बातों की गुंजाइश ही नहीं रहती। दोबारा विवाह करते समय पहले विवाह के कड़वे अनुभव और उससे जुड़ी यादें उन्हें शकी स्वभाव का बना देती हैं।
इसलिए पुनर्विवाह करते समय कुछ प्लानिंग कर लेनी चाहिए ताकि यह रिश्ता पहले रिश्ते से बेहतर बन सकें।
पुनर्विवाह से पहले करें ये प्लानिंग:
# अपने मन में इस बात को अच्छे से बिठा लें कि परफेक्ट विवाह और जीवनसाथी जैसी कोई चीज नहीं होती। पति-पत्नी के रिश्ते में बहुत-सी कमियों और दोष होते ही हैं।
# ज्यादातर पुनर्विवाह मर्जी से नहीं बल्कि मजबूरी के कारण किए जाते हैं। दोबारा से शादी करने से पहले जांच लें कि आप एक-दूसरे की जरूरतों पर खरा उतरगे या नहीं।
# जिस व्यक्ति से आप शादी करने जा रही है अगर उसके बच्चे है तो उनकी सहमति शादी के लिए जरूर लें क्योंकि शादी के बाद आपका उनके साथ भी एडजस्ट करना है।
# आप जिनसे विवाह करने जा रही हैं, वे तलाकशुदा हैं तो उनके पहले विवाह की असफलता के कारणों की जानकारी जरूर लें।

अन्य समाचार