खेतों में किसानों को दी जा रही कोरोना से बचाव की जानकारी

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): प्रखंड के सदानंदपुर गांव में निकरा परियोजना के तहत खेती से जुड़े कई कार्यों को कर रहे कृषि विज्ञान केंद्र राघोपुर के वैज्ञानिक अब किसानों को खेतों में कोरोना वायरस से बचाव के तरीके बताने में जुट गए हैं। कृषि वैज्ञानिक प्रमोद कुमार चौधरी गेहूं काट रहे किसानों के बीच जाकर जहां शारीरिक दूरी कायम करने के तरीके बता रहे। वहीं कोरोना वायरस के बारे में भी विस्तृत जानकारी दे रहे हैं। जानकारी अनुसार कृषि विज्ञान केंद्र राघोपुर के वैज्ञानिक अपने कर्मी रामानंद बिदेश्वरी, भगवान लाल दास, धनेश्वर मंडल, तारानंद, रमेश मुखिया आदि खेतों में पहुंच रहे हैं। खेतों में पहुंचने के बाद किसानों के बीच मास्क और साबुन का वितरण कर रहे हैं। कृषि वैज्ञानिक खेत में ही किसानों को हाथ धुलाई भी करवाते हैं। ई. प्रमोद कुमार चौधरी ने बताया कि किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की जानकारी भी दी जा रही है। कहा कि मिट्टी की जांच कराने के बाद जो भी किसान खेती कर रहे हैं उनको लागत कम मुनाफा अधिक होता है। वैज्ञानिक ने बताया कि कोरोना महामारी के समय में किसान शारीरिक दूरी का पालन करते हुए खेती करें तो इससे कोई नुकसान नहीं होगा और यही जानकारी किसानों के बीच दी जा रही है। बताया कि ढैंचा और मूंग की खेती से जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ती है इसलिए इसकी खेती की जानी चाहिए।


Posted By: Jagran
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