सावधान! नाखूनों का रंग बदलना हो सकता है गंभीर बीमारी का कारण

शरीर में किसी भी तरह की कोई बीमारी होने से पहले हमें शरीर बहुत से संकेत मिलते हैं। मगर बहुत से लोग इस सिचुएशन को अनदेखा कर देते हैं। ऐसे में ही नाखूनों का रंग बदलना कई गंभीर बीमारियों के होने की ओर इशारा करता है। ऐसा शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है। तो चलिए जानते हैं, नाखूनों का रंग बदलना किस बीमारी के होने के बारे में बताता है।

मोटे नाखून
नाखूनों का मोटा, पीला और न बढ़ने का कारण फंगल इंफेक्शन होता है। साथ ही इस सिचुएशन को गंभीरता से न लिया जाए तो यह डायबिटीज, फेफड़ों में इंफेक्शन, एग्जिमा व सिरोसिस आदि होने का कारण बनते हैं।

पीला रंग
अक्सर फंगल इंफेक्शन और सिरोसिस के कारण नेल्स का कलर पीला पड़ने लगता है। इसके अलावा हमारी बॉडी की तरह नाखून भी सांस लेते हैं। ऐसे में उन्हें पूरी तरह से ऑक्सीजन न मिलने पर इसका रंग सफेद से बदल कर नीला या ग्रे होने लगता है।
सफेद पैच
नाखूनों का रंग तेजी से भूरा और गहरा होना थायराइड व कुपोषण की निशानी है। ऐसे में पूरा पोषण न मिलने से नाखूनों पर सफेद पर सफेद रंग के पैच दिखाई देने लगते हैं। ऐसा खासतौर पर आयरन की कमी के कारण होता है।

कमजोर नाखून
नाखूनों का रूखा, बेजान, कमजोर आदि होना थायराइड व फंगल इंफेक्शन की ओर इशारा करता है। यह एक तरीके की फंगस भी हो सकती है जिससे स्किन या चेहरे पर हाथ लगाने से रैशेज हो सकते हैं।

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