कोरोना वायरस पॉजिटिव हैं तो इन 10 तरीकों से घर में संक्रमण फैलने से रोकें

कोरोना वायरस के कहर ने दुनिया को परेशान करके रखा है। घर में रहने के बावजूद लोगों को हर पल एक डर है कि कहीं वे इसके शिकार न हो जाए। देशभर में लॉकडाउन है ताकि लोग एक-दूसरे के संपर्क में आने से बचे रहें और इस तरह इस वायरस के प्रसार को रोका जा सके। www.myupchar.com से जुड़े एम्स के डॉ. अजय मोहन का कहना है कि कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण में सूखी खांसी, हल्का बुखार, कमजोरी, बदन दर्द, नाक बहना, गले में दर्द होने आदि शामिल हैं। सोशल डिस्टेंसिंग इसलिए है ताकि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। लेकिन अगर कोरोना के शिकार हो गए हैं तो एक बड़ा काम है घर में संक्रमण न फैले इसका ध्यान रखना। इन 10 तरीकों से घर में कोरोना वायरस फैलने से बचाने की कोशिश कर सकते हैं :घर पर रहें जिन लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण मिला है, उन्हें अपनी बीमारी के दौरान घर पर सेल्फ-आइसोलेट करना चाहिए, यानी उन्हें सभी लोगों से खुद को अलग-थलग और दूरी बना लेनी चाहिए। मेडिकल केयर को छोड़कर अपने घर पर अपनी गतिविधि को प्रतिबंधित करें।अपने लक्षणों को ध्यान से देखें यदि सर्दी या बुखार या दस्त जैसे कोई अन्य कोरोनोवायरस लक्षण हैं, तो सुनिश्चित करें कि अपने लक्षणों को सावधानीपूर्वक मॉनिटर कर रहे हैं। अपने संक्रमण की गंभीरता पर नजर रखने के लिए अपने शरीर के तापमान को नोट करते रहें। यदि लक्षण बिगड़ जाते हैं, तो चिकित्सा सहायता लें।आराम करें और हाइड्रेटेड रहें पूरा आराम करना और बीमार नहीं होने पर भी हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। लेकिन अगर लगता है कि कोरोनोवायरस हो सकता है, तो अपनी गतिविधियों को सीमित करें और खूब पानी पीते रहें।डॉक्टर को कॉल करें यदि लगता है कि कोरोना वायरस हो सकता है, तो डॉक्टर से मिलने से पहले कॉल करें। उन्हें अपने लक्षणों के बारे में सूचित करें कि कोरोना वायरस होने का संदेह है। यह उन्हें आवश्यक सावधानी बरतने में सक्षम बनाता है, ताकि क्लिनिक या अस्पताल में अन्य लोग संक्रमित न हों। सुनिश्चित करें कि जब चेक-अप के लिए अपने घर से बाहर निकलते हैं तो मास्क और ग्लव्स पहनें और सतहों को जितना संभव हो उतना कम स्पर्श करें।लक्षण गंभीर हैं, तो अस्पताल पहुंचें यदि लक्षण गंभीर हैं, तो अस्पताल जाने में बिल्कुल देरी न करें। राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के साथ-साथ चिकित्सा सहायता के लिए मरीजों की मदद के लिए कई ऐप लॉन्च किए गए हैं। आरोग्या सेतु एक ऐसा ही ऐप है। ये ऐप लक्षणों का आकलन करने में मदद कर सकता है। यदि ये लक्षण कोरोनो वायरस से मेल खाते हैं, तो ऐप्स इस बारे में मार्गदर्शन भी करते हैं कि आगे क्या कदम उठाने चाहिए।खांसी या छींक आने पर मुंह ढक कर रखें www.myupchar.com से जुड़ी एम्स की डॉ. वीके राजलक्ष्मी का कहना है कि हर बार जब खांसते या छींकते हैं, तो ध्यान रखें कि टिशू पेपर का इस्तेमाल करते हैं और जैसे ही इसका इस्तेमाल किया है, ठीक से इसे डिस्पोज कर दें। यदि टिशू पेपर नहीं हैं तो कोहनी पर मुंह रखकर छींकें या खांसें। अपनी हथेलियों से मुंह न ढकें।

Coronavirus : क्या नमक मिला पानी पीने से नहीं होता कोरोना?, पढ़ें ऐसे ही मिथ और उनकी हकीकत
हाथों को अक्सर साफ करें कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं या यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है तो अपने हाथों को अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइज़र से साफ करें, जिसमें कम से कम 60 प्रतिशत अल्कोहल हो। वायरस उन वस्तुओं पर रह सकता है जिन्हें किसी संक्रमित व्यक्ति ने छुआ था। यही कारण है कि हाथ धोकर कोरोना वायरस का प्रसार रोकने की कोशिश है।घर में दूसरों से दूर रहें जितना संभव हो परिवार के अन्य सदस्यों से दूर एक अलग ही कमरे में रहना चाहिए। इसके अलावा एक अलग बाथरूम का इस्तेमाल करें और हर उस सतह को साफ करें जिसे छुआ है। खुद को अलग-थलग करें। यदि घर में घूमते हैं, तो अपने परिवार के सदस्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं। एक ही छत के नीचे रहने वाले परिवार के सदस्यों के साथ न्यूनतम संपर्क हो। खुद अपने लिए खाना बनाना, अपने कपड़े धोना, बर्तन धोना और अपने आस-पास की सफाई करना कुछ ऐसे उपाय हैं, जिन्हें परिवार के सदस्यों के साथ शारीरिक संपर्क से बच सकते हैं।व्यक्तिगत वस्तुओं को शेयर करने से बचें वायरस इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं पर रह सकता है। इसलिए अपने घर में अन्य लोगों या पालतू जानवरों के साथ खाने की चीजें, पीने के गिलास, कप, खाने के बर्तन, तौलिए या बिस्तर शेयर नहीं करना चाहिए।
कोरोना वायरस प्रश्नोत्तरी: मास्क को गर्म पानी में पांच मिनट धोएंउन सभी सतहों को साफ करें, जिन्हें अक्सर छूते हैं सभी सतहों को साफ रखना चाहिए, विशेष रूप से वे जो अक्सर छूए जाते हैं। इन सतहों में काउंटरर्स, टेबलटॉप्स, दरवाजे की कुंडिया, बाथरूम फिक्स्चर, टॉयलेट्स, फोन, कीबोर्ड, टैबलेट और बेड साइड टेबल शामिल हैं। यह इसलिए ताकि सुनिश्चित हो सके कि वायरस वस्तुओं पर न टिके।अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें
यह स्वास्थ्य आलेख www.myUpchar.com द्वारा लिखा गया है।
For Hindustan : हिन्दुस्तान ई-समाचार पत्र के लिए क्लिक करें epaper.livehindustan.com

अन्य समाचार