इन 5 गलत आदतों की वजह से हो सकते हैं सायटिका दर्द के शिकार

आज के समय में इंसान की जीवनशैली ऐसी हो गई है कि न चाहते हुए भी उसे कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। संसाधानों से बढ़ते सुविधाओं के कारण दिन पर दिन शारीरिक श्रम में कमी आ रही है, जिसकी वजह से कई बीमारियां जन्म ले रही हैं। सायटिका का दर्द भी इनमें से एक है। सायटिका में दर्द सायटिका नस में सूजन या किसी परेशानी के कारण पैदा होती है। साइटिका एक नस होती है, जो कुल्हे से लेकर पैर के पिछले हिस्से से होते हुए एड़ी तक जाती है। अधिक समय तक इस दर्द के बने रहने से स्थिति और भी खराब हो सकती है। ऐसे में आज हम आपको उन कारणों के बारे में बताएंगे, जिसके वजह से यह समस्या बढ़ती है।

टाइट कपड़े पहनना फैशनेबल और टोन्ड लुक के लिए लोग आजकल टाइट जींस पहन रहे हैं। लेकिन टाइट कपड़ सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। शरीर से चिपके एकदम टाइट कपड़ों के कारण मांसपेशियां सिकुड़ती हैं, जिसके वजह से सायटिक तंत्र प्रभावित हो जाती है। ऐसे में बेहतर होगा कि ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से बचें।
जूते साटिका तंत्र के बारे में जानने के बाद आप इतना तो जरूर समझ गए होंगे कि आपके एड़ियों का संबंध सीधे आपके पीठ से है। ऐसे में गलत फुटवियर का चयन समस्या को बढ़ा सकता है। हाई हील्स या ऐसे जूते जिन्हें पहनने पर आप असहज महसूस कर रहे हैं सायटिका तंत्र को ट्रिगर करते हैं। लंबे समय तक गलत जूते पहनने से सायटिका तंत्र में खिंचाव हो सकता है।
पीछे की जेब में फोन और पर्स कई लोगों की अपने पैंट के पीछले पॉकेट में फोन या पर्स रखते हैं। अगर आपकी भी ये आदत है तो इसे तुरंत छोड़ दें। क्योंकि जब आप अपनी जेब में इन सभी चीजों के साथ रखकर बैठते हैं, तो यह पिरिफोर्मिस मसल्स को परेशान कर सकता हैं और जिसकी वजह से आप पिरिफोर्मिस सिंड्रोम भी हो सकता है। इसके नीचे सायटिक तंत्रिका स्थित है, जो इसके द्वारा भी दबाया जा सकता है।
ओवरस्ट्रेस और तनाव तनाव या ओवरस्ट्रेस के वजह से भी आपकी सायटिका तंत्र प्रभावित हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि दर्द भावनाओं के कारण भी होता है।
बहुत अधिक बैठे रहना गतिहीन जीवनशैली के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं। बहुत अधिक बैठे रहने के वजह से भी सायटिका तंत्र प्रभावित हो सकता है। आपको 2-3 घंटे से अधिक लगातार नहीं बैठना चाहिए क्योंकि यह आपकी मांसपेशियों और इसके नीचे स्थित तंत्रिका पर जोर दे सकता है।

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