साउदी अरब का ऐतिहासिक फैसला, खत्म हुई नाबालिगों के लिए सजा-ए-मौत

नई दिल्ली। सऊदी अरब के किंग सलमान ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है और इस फैसले के अंतर्गत अब नाबालिगों द्वारा किए गए अपराधों के लिए अब उन्हें मौत की सजा नहीं मिलेगी। साउदी अरब में अब ये प्रावधान खत्म करने का आदेश भी जारी कर दिया है।

इस फैसले से पहले सऊदी अरब में शनिवार को सार्वजनिक रूप से कोड़े मारने की सजा को भी खत्म कर दिया गया और इसकी जगह कैद की सजा, जुर्माने या सामुदायिक सेवा का प्रावधान करने का आदेश दिया गया। साउदी अरब में मानवाधिकारों को लेकर बहुत ही खराब प्रावधान है और इसके चलते ही सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान लगातार अपनी क्षवि सुधारने के लिए अलग-अलग फैसले ले रहे हैं।
साउदी में लागू किए जा रहे नए कानूनों के पीछे माना जा रहा है कि शाह सलमान के बेटे और उत्तराधिकारी युवराज (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिल सलमान का हाथ हैं। नाबालिगों को मिलने वाली मौत की सजा कि जगह अब नाबालिगों अपराधियों को जुवेनाइल डिटेंशन फैसिलिटी में अधिकतम 10 साल जेल की सजा दी जाएगी। इस फैसले के बाद शिया समुदाय के छह लोगों को राहत मिलेगी, जिन्होनें अपराध 18 साल से कम उम्र में किए थे। आपको बता दें कि अरब स्प्रिंग आंदोलन के दौरान सरकार-विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने की वजह से इन लोगों को मौत की सजा दी गई थी। पिछले साल सऊदी अरब से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने अपील की थी कि वह इन लोगों की फांसी पर रोक लगा दे।
देश में कई लोग अभी भी इस इस्लामी कानून को मानते हैं। युवराज बिन सलमान देश में आधुनिकीकरण, विदेशी निवेश और वैश्विक स्तर पर सऊदी की साख को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।

अन्य समाचार