स्वास्थ्य बीमा को लेकर बढ़ रही जागरुकता

संवाद सहयोगी, किशनगंज : कोरोना महामारी से लड़ने में दुनिया की महाशक्तियां लाचार हो चुकी हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में राष्ट्रीय आपदा या चिकित्सा आपदा को लेकर विभिन्न मोर्चों पर बदलाव दिख रहा है। लोगों के सेहत से लेकर निजी खर्चों में वृद्धि हो रही है। प्रधानमंत्री का शुरुआती कथन जान है तो जहान है, को लोगों ने मूल मंत्र बनाते हुए खुद को सुरक्षित करने के लिए तमाम उपाय कर रहे हैं। भविष्य के अन्य चिताओं को छोड़ स्वास्थ्य के प्रति लोगों की सजगता बढ़ी है। यही वजह है कि हैंडवॉश, मास्क, सैनिटाइजर से लेकर स्वास्थ्य बीमा को लेकर लोग आगे बढ़ रहे हैं।


कोरोना संक्रमण के भय से सभी व्यक्ति अपने हाथों को साफ रखने के लिए सैनिटाइजर, हैंडवाश और साबुन का उपयोग करते हैं। लेकिन कोरोना वारस के असर स्वरूप बाजार पर नजर डाले तो इसे वैश्विक मंदी कहना सही ही होगा। साथ ही संक्रमण से सजगता बरतते हुए लोग मास्क का भी उपयोग कर रहे हैं। इन सब वस्तुओं की कमी बाजार में है। जिसके कारण इनकी कीमत में भारी बढ़ोतरी हो गई है। इस वजह से लोगों के आय का एक हिस्सा इस समय सैनिटाइजर, हैंडवास, साबुन और मास्क को खरीदने में हो जाता है। इससे लोगों की आय और व्यय का बजट गड़बड़ाने लगा है। चिकित्सक डॉ. विजय कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से अपने आपको सुरक्षित रखने के लिए शारीरिक दूरी का पालन करना बहुत जरुरी है। साथ ही अपने हाथों को एक-एक घंटे के अंतराल पर सैनिटाइजर, हैंडवास और साबुन से साफ करना बहुत जरुरी है। साफ-सफाई को ध्यान में रख कर ही कारोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।
महामारी का रूप ले चुका कोरोन वायरस का अब तक कोई वैक्सीन तैयार नहीं हो पाया है। तेजी से फैल रहे इसके संक्रमण को देतखे हुए आमजन अब स्वास्थ्य बीमा करवाने की राह पर अग्रसर हो रहे हैं। इस समय हेल्थ पॉलिसी और जीवन बीमा पॉलिसी की महत्ता बढ़ गई है। अगर कोई व्यक्ति लॉकडाउन की अवधि में भी कोरोना हेल्थ बीमा लेना चाहता है तो इसके लिए ऑनलाइन बीमा ले सकते हैं। कई बीमा कंपनी इस समय बाजार में कोविड-19 पॉलिसी लेकर आई है।
भारतीय जीवन बीमा निगम के डीओ विजय शंकर मिश्रा बताते हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए एलआइसी अपने बीमाधारकों को कई प्रकार के लाभ मुहैया करवा रही है। करोड़ों लोग एलआइसी का जीवन बीमा ले रखे हैं। यदि किसी कारणवश कोरोना के कारण बीमाधारकों की मृत्यु हो जाती है तो बीमार धारक का डेथ इंश्योरेंस क्लेम उनके परिजन को मिलेगा। उन्होंने हेल्थ पॉलिसी के सबंध में बताया कि इस प्रकार के इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति को अपनी बीमारी का खर्चा, क्वारंटाइन खर्च के साथ नौकरी जाने पर तनख्वाह का भी ध्यान रखा जाता है। इस बीमा के तहत कोरोना वायरस के पॉजिटिव क्लेम पर शत प्रतिशत कवर देता है। अगर बीमाधारक को किसी मामले में क्वारंटीन किया जाता है तो उसे बीमा राशि राशि का 50 फीसद कवर राशि मिलते हैं। साथ ही इस बीमारी के कारण अगर बीमित व्यक्ति को सैलरी नहीं मिलती है तो पॉलिसी उसके सैलरी को भी कवर करती है। वहीं कोरेाना वायरस के संपूर्ण इलाज के खर्च के साथ क्वारंटाइन का खर्च भी बीमा पॉलिसी उठाती है।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार