मेडिक्लेम के आधार पर छपरा में नहीं है इलाज की सुविधा

कोरोना के साथ भी, कोरोना के बाद भी - कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज को प्राइवेट कंपनियों के मेडिक्लेम बीमा में नहीं किया गया है शामिल

- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में अब तक एक भी मरीज का नहीं हुआ है इलाज
जासं, छपरा : मेडिक्लेम के आधार पर छपरा में किसी भी नर्सिंग होम में इलाज की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस कारण मरीजों को बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है। कोरोना का इलाज भी मेडिक्लेम में शामिल नहीं है। हालांकि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में इस बीमारी को शामिल किया गया है। इस योजना के तहत क्वारंटाइन, आइसोलेशन में रखने, जांच करने तथा इलाज करने की सुविधा है। परंतु अब तक जितने भी लोगों को क्वारंटाइन रखा गया और सैंपल कलेक्शन कर जांच के लिए भेजा गया, उन्हें आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डन हेल्थ कार्ड मिला ही नहीं था। बोले चिकित्सक

मेडिक्लेम के प्रति रूझान हो सकता है कम
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले समय में लोगों में मेडिक्लेम कराने के प्रति उत्साह कम हो सकता है। अगर मेडिक्लेम करने वाली कंपनियां कोविड-19 को शामिल करती हैं तो लोग पॉलिसी करा सकते हैं। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बीमारी का इलाज करने के बावजूद बीमा कंपनियां क्षतिपूर्ति का भुगतान सरकार की रिपोर्ट के आधार पर ही करेगी। फिलहाल इसके उपचार की कोई दवा उपलब्ध नहीं है ।
डा अनिल कुमार
फिजीशियन एवं री कंस्ट्रक्टिव सर्जन, छपरा सिम्पटम नहीं, डिजीज के आधार पर होता है इलाज
किसी भी बीमारी का निर्धारण लक्षण के आधार पर नहीं किया जाता है, बल्कि डिजीज के आधार पर किया जाता है। मेडिक्लेम के दावा भुगतान के लिए भी डिजीज को ही आधार माना जाता है। ऐसे में लक्षण के आधार पर इलाज कराने वालों को मेडिक्लेम का लाभ नहीं मिल सकता है।
डा शंभूनाथ सिंह
सेवानिवृत्त उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, छपरा बोले नागरिक
मेडिक्लेम में इस योजना को शामिल करे सरकार
कोविड-19 नई बीमारी है और यह आज ही खत्म होने वाली नहीं लग रही है। ऐसे में मेडिक्लेम करने वाली बीमा कंपनियों को सरकार इसके प्रावधान का आदेश दे। ताकि कोविड-19 का इलाज मेडिक्लेम के आधार पर भी हो सके। इससे आम जनों को काफी राहत मिलेगी।
राजन कुमार
नागरिक, काशी बाजार, छपरा बोले सिविल सर्जन
गोल्डेन हेल्थ ई कार्ड से नहीं हुआ है एक भी इलाज
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में कोविड-19 को शामिल किया गया है, लेकिन अब तक इस योजना के तहत सारण जिले में किसी भी मरीज का इलाज नहीं किया गया है । अब तक जो भी मरीज मिले हैं या जिनका सैंपल कलेक्शन किया गया है। उनके पास गोल्डन हेल्थ कार्ड नहीं था।
डा माधवेश्वर झा
सिविल सर्जन, सारण
Posted By: Jagran
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