कोरोना ने बढ़ा दी साफ-सफाई के प्रति जागरूकता

समस्तीपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन के बीच साफ-सफाई के प्रति भी लोगों में जागरूकता आई है। आज शहर की सड़कें और गलियां साफ नजर आती हैं। ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया। सफाई योद्धा दिन-रात मेहनत कर शहर को साफ-सुथरा तो बनाने में लगे ही हुए हैं। इसके साथ-साथ लोग भी गंदगी से परहेज कर रहे। या यूं कहें कि कोरोना ने लोगों साफ-सफाई के प्रति अचानक से ज्यादा संवेदनशील बना दिया है। पेयजल, शौचालय आदि के प्रति आमजन गंभीर हुए हैं। लॉकडाउन बाद से शहर में सफाई व्यवस्था और बेहतर हुई है। पहले शहर में जगह-जगह कूड़े के अंबार लगे रहते थे। नालियां बिना बारिश के ही जलमग्न रहती थीं। बाजारों में भी गंदगी के चलते निकलना मुश्किल हो जाता था। शहर की तंग गलियों का हाल तो और भी बुरा था। यहां सफाई नहीं होने से लोगों का जीवन नारकीय बना रहता था। पर, अब नगर परिषद के सफाई कर्मी सफाई कार्य में लगे हुए हैं। इस वायरस के अटैक ने साफ-सफाई के प्रति लोगों को अचानक ही संवेदनशील बना दिया है। कोरोना काल में लोगों को भी सफाई से रहने की ऐसी सीख मिली है कि अब लोग उठते, बैठते-खाते-पीते समय हमेशा सफाई का ध्यान रख रहे हैं। दफ्तर या काम से घर आकर 20 सेकंड साबुन से रगड़-रगड़ कर हाथ धोने से लेकर बाहरी वस्तुओं को घर लाने से पहले अच्छी तरह से साफ करना आदत में शामिल हो गया है। थूकने की आदतों में भी हो रहा सुधार स्वास्थ्य अधिकारी एनके दास ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जिस तरह प्रिट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के अलावा पोस्टर, बैनर के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाई गई है। उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को भी गति मिली है। राह चलते, ऑफिस व सार्वजनिक जगहों में इधर-उधर थूकने की आदत में तेजी से सुधार हो रहा है। क्योंकि, जो लोग पहले देखकर भी इसे इग्नोर कर देते थे अब वहीं टोकने से भी नहीं चूक रहे। यही कारण है कि थूकने पर हमने जुर्माना तो लगाया लेकिन थूकने की आदत में भी सुधार दिख रहा है। जागरूकता फैलाने वाले पशु प्रेमी सह समाजसेवी महेंद्र प्रधान ने बताया कि स्वच्छता अभियान भले ही शहर में ज्यादा चला हो लेकिन यह ग्रामीण क्षेत्रों में भी कम नहीं है। लेकिन, जिस तरह कोरोना काल में हाल के एक माह में स्वच्छता के प्रति लोग जागरूक हुए हैं उसे देखकर कहा जा सकता है कि गरीब बस्तियों में भी सार्वजनिक शौचालय, शुद्ध पानी को लेकर लोग सतर्क हो गए हैं। शहरी व ग्रामीण इलाके हुए सैनिटाइज जहां एक ओर कोरोना से बचने के लिए लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है, वहीं लोगों को महामारी से बचाने के लिए तमाम लोग काम में जुटे हुए हैं। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के अलावा शरीर को साफ-सुथरा बनाए रखने में जुटे हैं। हाथों में दस्ताने तथा मुंह पर मास्क लगाए ये कोरोना योद्धा गांव में साफ-सफाई कर रहे हैं। सफाई कर्मचारियों से कहा गया है कि उचित दूरी, साफ सफाई तथा सैनिटाइज करके बचा जा सकता है। लोग सुरक्षित रहेंगे तो हमें भी खुशी मिलेगी। जिला मुख्यालय से लेकर शहर को सैनिटाइज कराया जा चुका है। गलियों में स्प्रे मशीन द्वारा सैनिटाजजेशन कराया जा रहा है। इसे कर्मी कंधे पर लटकाकर घर-घर सैनिटाइज कर रहे हैं। इसमें कई समाजसेवी भी आगे आए हैं।

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जहां एक ओर कोरोना से बचने के लिए लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है, वहीं लोगों को महामारी से बचाने के लिए तमाम लोग काम में जुटे हुए हैं। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के अलावा देहात को साफ-सुथरा बनाए रखने में जुटे हैं। इन सभी को मॉस्क और सैनिटाइजर और वर्दी आदि भी दी गई है। हाथों में दस्ताने तथा मुंह पर मास्क लगाए ये कोरोना योद्धा गांव में साफ-सफाई कर रहे हैं। सफाई कर्मचारियों से कहा गया है कि उचित दूरी, साफ-सफाई तथा सैनिटाइज करके बचा जा सकता। लोग सुरक्षित रहेंगे तो हमें भी खुशी मिलेगी।
Posted By: Jagran
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