भोजपुर के सत्यकाम को मिलेगा बेस्ट एक्टर अवार्ड

आरा। शहर के चर्चित अभिनेता सत्यकाम आनंद को हिन्दी शॉर्ट फिल्म कमांड एण्ड आई शैल ओबे में बेहतर प्रदर्शन के लिए बेस्ट एक्टर अवार्ड से नवाजा जाएगा। यह अवार्ड 10वां दादा साहेब फाल्के फेस्टिवल-2020 में मिलेगा। सत्यकाम की इस उपलब्धि पर भोजपुर जिले के रंगकर्मी, प्रशंसक, शुभचितक व जिलेवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। चर्चित फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर से सुर्खियों में आए सत्यकाम ने शहर में दर्जनों नाटकों की प्रस्तुति की। इसके अलावा दिल्ली व मुम्बई में भी कई नाटकों का मंचन किया। वहीं जी टीवी, सोनी टीवी, सहारा आदि के लिए कई सीरियलों में अभिनय किया है।

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सत्यकाम आनंद का जन्म भोजपुर जिला के तरारी प्रखंड के निर्भय डिहरा गांव में वर्ष 1975 में हुआ था। जन्म के बाद आरा में रहने के साथ पढ़ाई-लिखाई हुई। मैट्रिक में कम नंबर आने के बाद घर द्वारा इस उम्मीद पर इन्हें नाटक करने की सलाह दी गई नाटक के माध्यम से पटना साइंस कॉलेज में नामांकन हो जाएगा। नाटक कोटे से नामांकन के लिए रंगमंच पर तो सत्यकाम का आना हुआ, लेकिन महज एक सीट रहने के कारण इनका नामांकन नहीं हो सका। लेकिन अभिनय से ऐसा जुड़ा हुआ कि इसमें निरंतर आगे बढ़ते चले गए।
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दर्जनों नाटकों का किया मंचन : शहर में नाटक मूर्तिकार, गोदान, आदमी का गोश्त, सैया भये कोतवाल, पागलखाना, अबु हसन, अंधा युग आदि का मंचन किया। इनके द्वारा प्रस्तुत माइम डीएमयू यात्रा और नुक्कड़ एकल नाटक नेटुआ बहुत ही चर्चित रहा। वर्ष 1997 में दिल्ली में अरविन्द गोड के अस्मिता थियेटर ग्रुप से जुड़कर रक्त कल्याण, कोर्ट मार्शल, हानुश, एक मामूली आदमी, औरत, मुआवजे आदि नाटकों का मंचन किया। वहीं वर्ष 2001 से 2006 तक मुम्बई में विभिन्न प्रदेशों के मित्र कलाकारों ने मिलकर समीक्षा ग्रुप बनाकर अमित वर्मा के निर्देशन में सरहद से, मुखौटा व पागल का पिटारा नाटकों में मंचन किया।
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नाटकों के बाद सीरियलों में अभिनय : नाटकों में अधिक मेहनत के बावजूद अधिक रिटर्न नहीं मिलने और मुम्बई में सरवाइव करने के लिए सत्यकाम ने सीरियलों की तरफ रूख किया। जी टीवी के लिए सीरियल संपत एण्ड संपत, पिया के घर, सहारा चैनल के लिए हकीकत, सोनी चैनल के लिए मेरे साई में काम किया। इसके अलावा क्राइम पेट्रोल के कई एपीसोड में भी विभिन्न भूमिकाएं निभाएं।
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फिल्मों में प्रवेश : सर्वप्रथम इरफान द्वारा निर्देशित फिल्म बुलेट में छोटा रोल मिला। इसके बाद निर्देशक-निर्माता पुलकेश भौमिक की फिल्म तरकश में सेकेंड लीड रोल किया। सबसे अधिक पहचान क्राइम एटीन कंपनी द्वारा निर्मित व अनुराग कश्यप निर्देशित फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर से मिली। जेपी सिंह के किरदार में सत्यकाम द्वारा बोला गया डायलॉग Xह्नह्वश्रह्ल;बेटा तुम से न हो पाएगा'बहुत चर्चित हुआ।
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अपनी उपलब्धि पर हुई बहुत खुशी : बेस्ट एक्टर के अवार्ड की घोषणा पर सत्यकाम को काफी खुशी हुई। मजदूर दिवस पर हुई इस घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सत्यकाम ने कहा कि मुझे मजदूरी मिल गई। सत्यकाम के अनुसार अभी इनकी कई फिल्में निर्माणाधीन हैं।
Posted By: Jagran
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